बाबूजी धीरे चलना
प्यार में जरा संभलना
बड़े धोके हैं इस प्यार में
मोहब्बत के बिना ज़िंदगी फिजूल है,
पर महोब्बत के भी अपने उसूल है,
कहते है मिलती है मोहब्बत में बहुत उल्फ़ते,
पर आप हो महबूब तो सब कुबूल है…
प्यार में जरा संभलना
बड़े धोके हैं इस प्यार में
मोहब्बत के बिना ज़िंदगी फिजूल है,
पर महोब्बत के भी अपने उसूल है,
कहते है मिलती है मोहब्बत में बहुत उल्फ़ते,
पर आप हो महबूब तो सब कुबूल है…
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